गर्मी में घूमने की भारत की 7 सबसे बेहतरीन जगहें: एक अविस्मरणीय यात्रा गाइड
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Top 7 Best Places to Visit in India During Summer |
गर्मी का मौसम आते ही लोग ठंडी और सुकून देने वाली जगहों की तलाश में निकल पड़ते हैं। भारत, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और विविधता के लिए मशहूर, गर्मियों में घूमने के लिए कई शानदार जगहें प्रदान करता है। चाहे आप पहाड़ों की ठंडी हवाओं का आनंद लेना चाहें, समुद्र तटों की लहरों के साथ समय बिताना चाहें, या फिर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की सैर करना चाहें, भारत में हर तरह के यात्री के लिए कुछ न कुछ है। इस ब्लॉग में, हम आपको गर्मी में घूमने की भारत की 7 सबसे बेहतरीन जगहों के बारे में विस्तार से बताएंगे। इसमें यात्रा कैसे करें, इतिहास, ठहरने की जगह, खाना, लागत, पास की जगहें, सबसे अच्छा समय और मौसम की पूरी जानकारी शामिल होगी। तो, चलिए शुरू करते हैं!
1. मनाली, हिमाचल प्रदेश
क्यों जाएं?
मनाली हिमाचल प्रदेश का एक ऐसा हिल स्टेशन है, जो गर्मियों में पर्यटकों के लिए स्वर्ग से कम नहीं। बर्फ से ढके पहाड़, बहती ब्यास नदी, और हरे-भरे जंगल इसे एक आदर्श गंतव्य बनाते हैं।
यात्रा कैसे करें?
- हवाई मार्ग: सबसे नजदीकी हवाई अड्डा भुंतर (कुल्लू) में है, जो मनाली से 50 किमी दूर है। दिल्ली, चंडीगढ़ और मुंबई से नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं।
- रेल मार्ग: नजदीकी रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर है, लेकिन अधिकतर पर्यटक चंडीगढ़ या पठानकोट तक ट्रेन से आते हैं, फिर सड़क मार्ग से मनाली पहुंचते हैं।
- सड़क मार्ग: दिल्ली से मनाली की दूरी लगभग 540 किमी है। आप बस, टैक्सी या अपनी कार से 12-14 घंटे में पहुंच सकते हैं। रास्ते में शानदार नजारे आपका मन मोह लेंगे।
इतिहास
मनाली का नाम मनु ऋषि से जुड़ा है, जिन्हें हिंदू पौराणिक कथाओं में मानव सभ्यता का प्रथम पुरुष माना जाता है। यह स्थान प्राचीन काल से व्यापारिक मार्गों और तीर्थस्थलों के लिए महत्वपूर्ण रहा है।
ठहरने की जगह
- बजट: होटल सनराइज, हिमालयन कॉटेज (प्रति रात 1,500-3,000 रुपये)।
- मिड-रेंज: मनाली हाइट्स, रिवरसाइड रिजॉर्ट (3,000-6,000 रुपये)।
- लक्जरी: द हिमालयन, स्पैन रिजॉर्ट (10,000-20,000 रुपये)।
- कैंपिंग: ओल्ड मनाली और सोलंग वैली में कैंपिंग का अनुभव लें।
खाना
मनाली में स्थानीय हिमाचली थाली (सिद्धू, बाबरू, और चना मड्रा) जरूर आजमाएं। इसके अलावा, कैफे 1947 और जॉन्सन कैफे में इटैलियन, कॉन्टिनेंटल और तिब्बती व्यंजन उपलब्ध हैं। मॉमोज और थुकपा भी लोकप्रिय हैं।
लागत
- यात्रा: दिल्ली से बस (800-2,000 रुपये), टैक्सी (8,000-12,000 रुपये)।
- ठहरना: प्रति रात 1,500-20,000 रुपये।
- खाना: प्रति व्यक्ति प्रति दिन 500-1,500 रुपये।
- कुल अनुमानित खर्च: 2-3 दिन के लिए 5,000-15,000 रुपये प्रति व्यक्ति।
पास की जगहें
- रोहतांग पास: बर्फबारी और ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध।
- सोलंग वैली: पैराग्लाइडिंग और जॉर्बिंग।
- हडिम्बा मंदिर: प्राचीन वास्तुकला का नमूना।
- वशिष्ठ गांव: गर्म पानी के झरने।
सबसे अच्छा समय और मौसम
- समय: अप्रैल से जून।
- मौसम: तापमान 10°C से 25°C के बीच रहता है। हल्की ठंडक और साफ आसमान ट्रेकिंग और सैर के लिए उपयुक्त।
2. शिमला, हिमाचल प्रदेश
क्यों जाएं?
शिमला, हिमाचल की राजधानी, अपने औपनिवेशिक आकर्षण, मॉल रोड, और हरे-भरे जंगलों के लिए मशहूर है। यह गर्मियों में परिवारों और कपल्स के लिए एकदम सही जगह है।
यात्रा कैसे करें?
- हवाई मार्ग: जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा (20 किमी) नजदीकी है।
- रेल मार्ग: कालका-शिमला टॉय ट्रेन एक यूनेस्को विश्व धरोहर है, जो अनुभव के लिए जरूरी है।
- सड़क मार्ग: दिल्ली से शिमला (343 किमी) बस या टैक्सी से 7-8 घंटे में पहुंचा जा सकता है।
इतिहास
शिमला 19वीं सदी में ब्रिटिश भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी। विक्ट्री टनल और क्राइस्ट चर्च जैसे स्थल इसके औपनिवेशिक इतिहास को दर्शाते हैं।
ठहरने की जगह
- बजट: होटल सिल्वराइन, ग्रीन वैली (1,200-2,500 रुपये)।
- मिड-रेंज: होटल कॉम्बरमेयर, मरीना (4,000-8,000 रुपये)।
- लक्जरी: ओबेरॉय सेसिल, वाइल्डफ्लावर हॉल (15,000-30,000 रुपये)।
खाना
शिमला में हिमाचली धाम, मशहूर चाय और बिस्किट (कैफे सिमला टाइम्स), और मॉल रोड के रेस्तरां में पिज्जा, बर्गर जैसे व्यंजन मिलते हैं।
लागत
- यात्रा: दिल्ली से बस (500-1,500 रुपये), टॉय ट्रेन (300-1,000 रुपये)।
- ठहरना: 1,200-30,000 रुपये प्रति रात।
- खाना: प्रति व्यक्ति 400-1,200 रुपये प्रतिदिन।
- कुल खर्च: 2-3 दिन के लिए 4,000-12,000 रुपये प्रति व्यक्ति।
पास की जगहें
- कुफरी: स्कीइंग और घुड़सवारी।
- जाखू मंदिर: हनुमान मंदिर और शानदार नजारे।
- चैल: शांत और खूबसूरत हिल स्टेशन।
- मशोबरा: प्रकृति प्रेमियों के लिए।
सबसे अच्छा समय और मौसम
- समय: मार्च से जून।
- मौसम: 15°C से 30°C, सुखद और धूप वाला।
3. नैनीताल, उत्तराखंड
क्यों जाएं?
नैनीताल की झील, हरे-भरे पहाड़, और शांत वातावरण इसे गर्मियों के लिए आदर्श बनाते हैं। यह परिवारों और दोस्तों के साथ छुट्टियां बिताने की बेहतरीन जगह है।
यात्रा कैसे करें?
- हवाई मार्ग: पंतनगर हवाई अड्डा (65 किमी)।
- रेल मार्ग: काठगोदाम (34 किमी) नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
- सड़क मार्ग: दिल्ली से नैनीताल (300 किमी) 7-8 घंटे में।
इतिहास
नैनीताल का नाम नैनी झील से है, जो माता सती के नेत्रों से जुड़ा माना जाता है। यह ब्रिटिश काल में एक लोकप्रिय हिल स्टेशन था।
ठहरने की जगह
- बजट: होटल हिमालय, लेक व्यू (1,000-2,500 रुपये)।
- मिड-रेंज: शर्वानी हिलटॉप, द नैनी रिट्रीट (4,000-10,000 रुपये)।
- लक्जरी: रामगढ़ बंगलोज, नैनी वैली रिजॉर्ट (12,000-25,000 रुपये)।
खाना
नैनीताल में कुमाऊंनी व्यंजन जैसे भट्ट की चुरकानी, आलू के गुटके और बाल मिठाई जरूर खाएं। मॉल रोड पर साक्ले, चाय और मोमोज भी मिलते हैं।
लागत
- यात्रा: दिल्ली से बस (400-1,200 रुपये), टैक्सी (5,000-8,000 रुपये)।
- ठहरना: 1,000-25,000 रुपये।
- खाना: 300-1,000 रुपये प्रतिदिन।
- कुल खर्च: 3,500-10,000 रुपये प्रति व्यक्ति (2-3 दिन)।
पास की जगहें
- भीमताल: शांत झील और बोटिंग।
- मुक्तेश्वर: ट्रेकिंग और नजारे।
- सातताल: सात झीलों का समूह।
- नैना देवी मंदिर: धार्मिक स्थल।
सबसे अच्छा समय और मौसम
- समय: मार्च से जून।
- मौसम: 10°C से 27°C, ठंडा और सुखद।
4. मसूरी, उत्तराखंड
क्यों जाएं?
‘पहाड़ों की रानी’ मसूरी अपने खूबसूरत नजारों, मॉल रोड और ठंडी हवाओं के लिए जानी जाती है।
यात्रा कैसे करें?
- हवाई मार्ग: देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा (54 किमी)।
- रेल मार्ग: देहरादून रेलवे स्टेशन (34 किमी)।
- सड़क मार्ग: दिल्ली से मसूरी (290 किमी) 6-7 घंटे में।
इतिहास
मसूरी की स्थापना 1820 में ब्रिटिश अधिकारियों ने की थी। यह तब से ही पर्यटकों का पसंदीदा स्थान रहा है।
ठहरने की जगह
- बजट: होटल हिल क्वीन (1,200-2,800 रुपये)।
- मिद-रेंज: जे डब्ल्यू मैरियट, फॉर्च्यून रिजॉर्ट (5,000-12,000 रुपये)।
- लक्जरी: सवॉय, रॉयल ऑर्किड (15,000-30,000 रुपये)।
खाना
मसूरी में गढ़वाली थाली, तिब्बती मोमोज, और मॉल रोड पर बेकरी आइटम्स जैसे केक और पेस्ट्री लोकप्रिय हैं।
लागत
- यात्रा: बस (400-1,500 रुपये), टैक्सी (4,000-7,000 रुपये)।
- ठहरना: 1,200-30,000 रुपये।
- खाना: 400-1,200 रुपये प्रतिदिन।
- कुल खर्च: 4,000-12,000 रुपये प्रति व्यक्ति।
पास की जगहें
- कैंपटी फॉल्स: झरना और पिकनिक।
- गन हिल: रोपवे और नजारे।
- लाल टिब्बा: सूर्यास्त के लिए।
- धनौल्टी: शांत और हरा-भरा।
सबसे अच्छा समय और मौसम
- समय: अप्रैल से जून।
- मौसम: 15°C से 25°C, सुखद।
5. ऊटी, तमिलनाडु
क्यों जाएं?
‘निलगिरी की रानी’ ऊटी अपने चाय के बागान, ठंडे मौसम और औपनिवेशिक आकर्षण के लिए मशहूर है।
यात्रा कैसे करें?
- हवाई मार्ग: कोयंबटूर हवाई अड्डा (88 किमी)।
- रेल मार्ग: निलगिरी माउंटेन रेलवे (यूनेस्को धरोहर) मेट्टुपालयम से ऊटी तक।
- सड़क मार्ग: बेंगलुरु से ऊटी (280 किमी) 6-7 घंटे में।
इतिहास
ऊटी को 19वीं सदी में ब्रिटिश अधिकारियों ने ग्रीष्मकालीन रिट्रीट के रूप में विकसित किया था।
ठहरने की जगह
- बजट: ग्रीन नेस्ट, हिल व्यू (1,500-3,000 रुपये)।
- मिड-रेंज: सिनक्लेयर, सवॉय (4,000-10,000 रुपये)।
- लक्जरी: ताज सवॉय, फर्नहिल पैलेस (12,000-25,000 रुपये)।
खाना
ऊटी में दक्षिण भारतीय व्यंजन (डोसा, इडली), चाय बागानों की ताजी चाय, और होममेड चॉकलेट्स जरूर आजमाएं।
लागत
- यात्रा: बस (500-2,000 रुपये), टैक्सी (5,000-8,000 रुपये)।
- ठहरना: 1,500-25,000 रुपये।
- खाना: 300-1,200 रुपये प्रतिदिन।
- कुल खर्च: 4,500-12,000 रुपये प्रति व्यक्ति।
पास की जगहें
- डोड्डाबेट्टा पीक: शानदार नजारे।
- ऊटी झील: बोटिंग।
- कुन्नूर: चाय बागान और सिम्स पार्क।
- पायकारा फॉल्स: पिकनिक स्पॉट।
सबसे अच्छा समय और मौसम
- समय: अप्रैल से जून।
- मौसम: 15°C से 25°C, ठंडा और सुखद।
6. दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल
क्यों जाएं?
दार्जिलिंग अपने चाय बागानों, कंचनजंगा के नजारे, और टॉय ट्रेन के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
यात्रा कैसे करें?
- हवाई मार्ग: बागडोगरा हवाई अड्डा (70 किमी)।
- रेल मार्ग: न्यू जलपाईगुड़ी (62 किमी), फिर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे।
- सड़क मार्ग: सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग (65 किमी) 2-3 घंटे में।
इतिहास
दार्जिलिंग को 19वीं सदी में ब्रिटिशों ने चाय उत्पादन के लिए विकसित किया था।
ठहरने की जगह
- बजट: होटल मोहन पैलेस (1,200-2,500 रुपये)।
- मिड-रेंज: मायफेयर, सिनक्लेयर (4,000-10,000 रुपये)।
- लक्जरी: विंडमेयर, ग्लेनबर्न (12,000-25,000 रुपये)।
खाना
दार्जिलिंग में थुकपा, मोमोज, और ताजी चाय जरूर लें। ग्लेनरीज़ में कॉन्टिनेंटल व्यंजन भी उपलब्ध हैं।
लागत
- यात्रा: बस (300-1,000 रुपये), टैक्सी (3,000-5,000 रुपये)।
- ठहरना: 1,200-25,000 रुपये।
- खाना: 300-1,200 रुपये प्रतिदिन।
- कुल खर्च: 4,000-12,000 रुपये प्रति व्यक्ति।
पास की जगहें
- टाइगर हिल: सूर्योदय का नजारा।
- बटासिया लूप: टॉय ट्रेन का लूप।
- पद्मजा नायडू जू: रेड पांडा देखें।
- कलिमपोंग: शांत हिल स्टेशन।
सबसे अच्छा समय और मौसम
- समय: मार्च से मई।
- मौसम: 10°C से 20°C, साफ और ठंडा।
7. कसोल, हिमाचल प्रदेश
क्यों जाएं?
कसोल, पार्वती घाटी में बसा, अपनी शांति, हिप्पी संस्कृति और ट्रेकिंग के लिए मशहूर है।
यात्रा कैसे करें?
- हवाई मार्ग: भुंतर हवाई अड्डा (31 किमी)।
- रेल मार्ग: जोगिंदर नगर (125 किमी)।
- सड़क मार्ग: दिल्ली से कसोल (520 किमी) 12-14 घंटे में।
इतिहास
कसोल का इतिहास ज्यादा प्राचीन नहीं है, लेकिन यह 1970 के दशक से हिप्पी और बैकपैकर्स का केंद्र रहा है।
ठहरने की जगह
- बजट: होस्टल (500-1,500 रुपये), कैंपिंग (1,000-2,000 रुपये)।
- मिड-रेंज: पार्वती वैली रिजॉर्ट (3,000-6,000 रुपये)।
- लक्जरी: तीर्थन वैली रिजॉर्ट (8,000-15,000 रुपये)।
खाना
कसोल में इजरायली, इटैलियन और तिब्बती व्यंजन (मॉमोज, शाकशुका) लोकप्रिय हैं। जिम मोरिसन कैफे और मून डांस कैफे जरूर जाएं।
लागत
- यात्रा: बस (800-2,000 रुपये), टैक्सी (8,000-12,000 रुपये)।
- ठहरना: 500-15,000 रुपये।
- खाना: 300-1,000 रुपये प्रतिदिन।
- कुल खर्च: 3,000-10,000 रुपये प्रति व्यक्ति।
पास की जगहें
- खीरगंगा: ट्रेकिंग और गर्म झरने।
- मणिकरण: गुरुद्वारा और गर्म पानी के झरने।
- तोष: शांत गांव।
- मलाना: अनोखी संस्कृति।
सबसे अच्छा समय और मौसम
- समय: अप्रैल से जून।
- मौसम: 15°C से 25°C, ठंडा और सुखद।
निष्कर्ष
गर्मी में भारत की ये सात जगहें—मनाली, शिमला, नैनीताल, मसूरी, ऊटी, दार्जिलिंग, और कसोल—हर तरह के यात्री के लिए कुछ खास पेश करती हैं। चाहे आप रोमांच की तलाश में हों, शांति चाहते हों, या परिवार के साथ समय बिताना चाहते हों, ये गंतव्य आपकी छुट्टियों को यादगार बना देंगे। अपनी यात्रा की योजना बनाएं, मौसम का ध्यान रखें, और इन खूबसूरत जगहों की सैर का आनंद लें।
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